पांच राज्यों में चुनाव खत्म होने के साथ ही एक बार फिर महंगाई का दौर शुरू हो गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल के दाम कम होने के बावजूद केंद्र सरकार लगातार तेल के दामों में इजाफा कर रही है। बुधवार को पेट्रोल 88 और डीजल 82 पैसे महंगा हुआ जिसके बाद जयपुर में 1 लीटर पेट्रोल की कीमत पढ़कर 113 रुपए 20 पैसे पर पहुंच गई। जबकि डीजल प्रति लीटर की कीमत बढ़कर 96 रुपए 43 पैसे पर पहुंच गई है। ऐसे में मार्च महीने के 9 दिन में आठ बार बढ़ी कीमतों के बाद पेट्रोल 6 रुपए 08 पैसे और डीजल 5 रुपए 61 पैसे महंगा हो चूका है।
धीरे-धीरे बढ़ेंगे दाम
राजस्थान पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनीत बगई ने बताया कि भारत के टॉप फ्यूल रिटेलर्स IOC, BPCL और HPCL को नवंबर से मार्च के बीच करीब 2.25 अरब डॉलर (19 हजार करोड़ रुपए) के रेवेन्यू का नुकसान हुआ है। ऐसे में चुनावी सीजन ख़त्म होने के साथ ही अब सरकार रिफाइनर को नुकसान से बचाने के लिए कीमतें बढ़ाने की अनुमति देगी। ऐसे में अलगे कुछ दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 15 से 20 रुपए तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इसके लिए एक साथ बढ़ोतरी ना कर के धीरे-धीरे पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाए जाएंगे।
टैक्स के बाद दोगुने से ज्यादा महंगा हो जाता है पेट्रोल
पेट्रोल का बेस प्राइस 49 रुपए के करीब है। इस पर केंद्र सरकार 27.90 रुपए एक्साइज ड्यूटी वसूल रही है। इसके बाद राज्य सरकारें इस पर अपने हिसाब से वैट और सेस वसूलती हैं। दाम बेस प्राइस से 3 गुना तक बढ़ गया है। ऐसे में बिना टैक्स में राहत दिए पेट्रोल के दाम कम कर पाना मुमकिन नहीं है।