IPS अलंकृता सिंह को योगी सरकार ने किया सस्पेंड
IPS अलंकृता सिंह को योगी सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। अलंकृता 2008 बैच की IPS हैं। वह 6 महीने से बिना छुट्टी लिए अनुपस्थित चल रहीं हैं। सिर्फ यही नहीं, अलंकृता लंदन में हैं। नियम के मुताबिक, उनको विदेश जाने के लिए सरकार से अनुमति लेनी होती है। लेकिन, उन्होंने न ही सरकार को इस बारे में सूचित किया और न ही अनुमति ली।
महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन में अलकृता बतौर पुलिस अधीक्षक तैनात रहीं हैं। 19 अक्टूबर 2021 यानी करीब 6 महीने पहले अलंकृता ने अपने सीनियर अपर पुलिस महानिदेशक को वॉट्सऐप कॉल किया था। इसमें उन्होंने कहा था कि वह लंदन में हैं। तब से वह लगातार बिना छुट्टी स्वीकृत कराए अनुपस्थित हैं।
अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने इस संबंध में लेटर जारी किया है। इसमें लिखा गया कि वो लंदन में थीं। लगातार गैर-हाजिर चल रही हैं। उनके विदेश जाने की सरकारी परमिशन भी नहीं ली गई थी। 6 महीने की गैरहाजिरी को अनुशासनहीनता माना गया है।
उत्तर प्रदेश के दोबारा सीएम बनते ही योगी आदित्यनाथ लापरवाह अफसरों पर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। 31 मार्च को योगी ने खनन, निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार और विधानसभा चुनाव के दौरान लापरवाही के आरोपों में सोनभद्र के DM टीके शिबू को निलंबित कर दिया था। साथ ही, आरोपों की जांच वाराणसी मंडल के आयुक्त को सौंपी थी।
वहीं, इसी दिन एसएसपी गाजियाबाद को कर्तव्य में लापरवाही और अपराध को नियंत्रित करने में विफल होने के लिए निलंबित कर दिया गया था। 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी पवन कुमार 16 अगस्त 2021 से गाजियाबाद में तैनात थे। कुछ दिनों से गाजियाबाद में अपराध की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। क्राइम कंट्रोल करने में गाजियाबाद एसएसपी पूरी तरह से विफल दिखाई दे रहे थे।
इसके बाद, अब 4 अप्रैल को काम में लापरवाही और भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतों पर औरैया के डीएम सुनील वर्मा को योगी सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। साथ ही सुनील वर्मा के खिलाफ विजिलेंस जांच के भी आदेश दिए गए हैं। साल 2013 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी सुनील वर्मा, रायबरेली के रहने वाले हैं। सुनील वर्मा एटा और आगरा में जॉइंट मजिस्ट्रेट रह चुके हैं।