बाजार में लगातार तीसरे दिन गिरावट के आसार
भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) आज भी दबाव से उबरता हुआ नहीं दिख रहा. ग्लोबल मार्केट में तेजी के बावजूद भारतीय निवेशकों का सेंटिमेंट अभी निगेटिव दिख रहा और बिकवाली हावी है.
सेंसेक्स ने पिछले कारोबारी सत्र में 106 अंकों का नुकसान उठाया और 54,365 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 62 अंक गिरकर 16,240 पर पहुंच गया. यह इस सप्ताह का लगातार दूसरा कारोबारी दिन रहा जब बाजार गिरावट पर बंद हुआ. एक्सपर्ट का कहना है कि आज भी बाजार को शुरुआती नुकसान उठाना पड़ेगा. अगर बाद में निवेशकों के सेंटिमेंट में बदलाव आता है तो उम्मीद है कि सत्र का समापन कुछ तेजी के साथ हो सके.
ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी आने से अमेरिका और यूरोप के शेयर बाजार में पिछले सत्र के दौरान तेजी दिखी. अमेरिका में कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ा है, जबकि चीन में संक्रमण बढ़ने की वजह से खपत में कमी आई है. इसका सीधा असर क्रूड की कीमतों पर दिखा और अमेरिकी शेयर बाजार में भी तेजी आई. अमेरिका का प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज Nasdaq 0.98 फीसदी उछाल के साथ बंद हुआ.
कच्चे तेल में नरमी का असर यूरोपीय शेयर बाजारों पर भी दिखा और सभी प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज पर तेजी रही. जर्मनी का स्टॉक एक्सचेंज 1.15 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ तो फ्रांस के शेयर बाजार में 0.51 फीसदी की तेजी आई. इसके अलावा लंदन स्टॉक एक्सचेंज भी 0.37 फीसदी बढ़त के साथ बंद हुआ.
एशियाई बाजारों का मिलाजुला रुख
एशिया के ज्यादातर बाजारों में आज के कारोबार में ही गिरावट दिखी, लेकिन कुछ बाजारों में तेजी का माहौल रहा. सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज 0.35 फीसदी के नुकसान पर ट्रेडिंग कर रहा तो हांगकांग में 0.62 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है. ताइवान में भी 0.33 फीसदी की गिरावट दिख रही जबकि दक्षिण कोरिया का शेयर बाजार 0.25 फीसदी और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.02 फीसदी के नुकसान पर ट्रेडिंग कर रहा है. हालांकि, जापान के निक्केई में 0.10 फीसदी की तेजी भी दिख रही है.
विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी
भारतीय शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों के धन निकासी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने मंगलवार के कारोबार के दौरान बाजार से 3,960.59 करोड़ रुपये निकाल लिए. हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने इसकी भरपाई कर दी और पिछले सत्र में 2,958.40 करोड़ के शेयर खरीद दिए. बावजूद इसके बाजार में गिरावट को नहीं रोका जा सका. आज भी विदेशी निवेशक बिकवाली करते हैं तो बाजार नुकसान पर बंद होगा.