बैडमिंटन में भारत ने रचा इतिहास

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भारतीय पुरुष बैडिमिंटन टीम ने इतिहास रच दिया है। हमारी टीम ने प्रतिष्ठित थॉमस कप टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बना ली है। सेमीफाइनल में भारत ने डेनमार्क को कड़े मुकाबले में 3-2 से हरा दिया। थॉमस कप का आयोजन 1949 से हो रहा है। यानी 73 साल में पहली बार भारतीय टीम खिताबी मुकाबला खेलेगी। आगे बढ़ने से पहले पोल में हिस्सा जरूर लें।

फाइनल में रविवार को इंडोनेशिया से भारत का मुकाबला होगा। सेमीफाइनल में पहुंचते ही भारत का मेडल पक्का हो गया था। भारतीय टीम पहली बार थॉमस या उबर कप में मेडल जीत रही है। महिला वर्ग में यह टूर्नामेंट उबर कप के नाम से खेला जाता है। भारतीय महिला टीम को क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड के खिलाफ 0-3 से हार झेलनी पड़ी थी।

एचएस प्रणय ने निर्णायक मुकाबले में दिलाई जीत
थॉमस कप के मुकाबले बेस्ट ऑफ 5 फॉर्मेट में होते हैं। यानी दो देशों की टीमों को आपस में पांच मैच खेलने होते हैं। डेनमार्क के खिलाफ सेमीफाइनल में पहले चार मैचों के बाद दोनों टीमें 2-2 की बराबरी पर थीं। आखिरी मैच में भारत के एचएस प्रणय के सामने डेनमार्क की ओर से रासमुस गेमके थे। प्रणय ने यह मैच 1 घंटा, 13 मिनट में 13-21, 21-9, 21-12 से अपने नाम किया।

पहले मैच में हारे थे लक्ष्य सेन
सेमीफाइनल का पहले मैच में भारत की ओर से लक्ष्य सेन उतरे थे। उन्हें विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ 13-21, 13-21 से हार झेलनी पड़ी। यह मैच 49 मिनट तक चला।

सात्विक-चिराग की जोड़ी ने कराई वापसी
दूसरा मुकाबला डबल्स का था। इसमें सात्विक साईराज रेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने किम आस्त्रुप और मथियास क्रिस्टिएंसन को 1 घंटा, 18 मिनट में 21-18 21-23 22-20 से हरा दिया। तीसरा मुकाबला सिंगल्स का था। इसमें किदांबी श्रीकांत ने आंद्रेस एंटोनसन को 21-18 12-21 21-15 से हरा दिया।

चौथे मैच में मिली हार, फिर प्रणय ने फाइनल में पहुंचाया
हालांकि, चौथे मैच में भारत को हार मिली। कृष्णा प्रसाद गर्ग और विष्णुवर्धन गौड़ की जोड़ी को आंद्रेस स्कारुप और फ्रेडरिक सोगार्ड की जोड़ी ने 14-21 13-21 से हरा दिया। इसके बाद आखिरी मैच में प्रणय ने जीत हासिल कर भारत को पहली बार फाइनल में पहुंचा दिया।

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