यूनिकॉर्न वेदांतु 424 इम्प्लॉई हटाएगा, ग्लोबल स्लोडाउन से आई फंड की कमी को बताया वजह

0
News and Publisher

टाइगर ग्लोबल बैक्ड एडटेक यूनिकॉर्न वेदांतु 424 इम्प्लॉई या वर्कफोर्स के 7% की छंटनी करने जा रहा है। कंपनी के को फाउंडर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर वामसी कृष्णा ने कहा कि वर्तमान में एक्सटर्नल एन्वायर्नमेंट कठिन है। यूरोप में वॉर, मंदी की आशंका और फेड की ब्याज दरों में बढ़ोतरी से महंगाई बढ़ गई है। भारत समेत दुनियाभर के स्टॉक मार्केट में भी काफी गिरावट आई है। ऐसे में आने वाली तिमाहियों में फंड की कमी हो सकती है।

ऑफलाइन क्लासेज शुरू होने से रुकी ग्रोथ
कृष्णा ने कहा कि कोविड महामारी के कम होने के बाद ऑफलाइन क्लासेज फिर से शुरू हो गई है जिससे वेदांतु ने बीते दो सालों में जो 9X ग्रोथ देखी थी वो मॉडरेट हो गई है। मई में ऐसा दूसरी बार है जब वेदांतु छंटनी करने जा रहा है। इससे पहले 200 इम्प्लॉई या वर्कफोर्स के लगभग 3.5% की छंटनी की थी। एडटेक सेक्टर की दूसरी कंपनियों ने भी कोरोना के कम होने और स्कूल खुलने के कारण छंटनी की है। इसमें लीडो लर्निंग और अनएकेडमी शामिल है।

हेल्थ बेनिफिट 5 अगस्त तक बढ़ाए
वेदांतु के CEO ने ये भी बताया कि जिन इम्प्लॉई को रखने पर फिर से विचार किया जा रहा है, उन्हें एचआर और उनके लीडर्स के साथ वन-टू-वन चर्चा के लिए एक ईमेल आएगा। कृष्णा ने कहा, कंपनी 5 अगस्त तक कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए हेल्थ बेनिफिट बढ़ा रही है। अगले साल 29 अप्रैल तक प्रैक्टो के जरिए 15 डॉक्टर कंसलटेशन और डिस्काउंटेड पैथोलॉजी और फार्मेसी सर्विस भी देगी।

2025 तक 4 अरब डॉलर वैल्यूएशन होने का अनुमान
साल 2020 में एडटेक इंडस्ट्री का वैल्यूएशन 750 मिलियन डॉलर था और 2025 तक इसके 4 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। पिछले साल जून में ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म बायजूस 16.5 अरब डॉलर के वैल्यूएशन के साथ भारत का सबसे वैल्यूएबल स्टार्ट-अप बना था। अनएकेडमी ने अगस्त में 440 मिलियन डॉलर जुटाए थे और अपग्रैड, एरुडेटस और वेदांतु सितंबर में यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हुए थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *