मारियुपोल में यूक्रेन सैनिकों का सरेंडर; तेल खरीद पर पुतिन ने यूरोप को धमकी दी
यूक्रेन की राजधानी कीव में रूसी हमले कम हो गए हैं, लेकिन मारियुपोल में यूक्रेन सैनिकों ने सरेंडर कर दिया है। इससे रूस को अपने सैनिकों के लिए लंबा कॉरिडोर मिल जाएगा। दूसरी तरफ, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने यूरोप को रूसी तेल खरीदी बंद करने पर सीधी धमकी दी है। पुतिन ने कहा- दुनिया में तेल की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। यूरोपीय देशों को इस हरकत की बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।
दूसरी तरफ तुर्की ने नाटो में स्वीडन और फिनलैंड की मेंबरशिप पर रोड़ा अटका दिया है। तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन का कहना है कि अगर स्वीडन और फिनलैंड तुर्की पर प्रतिबंध लगाते हैं तो वो भी नाटो में उनकी एंट्री को मंजूरी नहीं देंगे।
अंकारा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि स्वीडिश और फिनिश डिप्लोमैट्स को हमें मनाने के लिए तुर्की आने की जहमत नहीं उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वीडन आतंकवादी संगठनों के लिए एक घोंसला है।
मारियुपोल की तस्वीर साफ नहीं
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि मारियुपोल की दो स्टील मिल्स में पनाह लेने वाले यूक्रेन के करीब 250 सैनिकों ने सरेंडर कर दिया है और रूसी सैनिक उन्हें अपने साथ ले गए हैं। कुछ खबरों में कहा गया है कि ज्यादातर यूक्रेनी सैनिक घायल थे और इन्हें यूक्रेन के ही अलग-अलग अस्पतालों में एडमिट कराया गया है। यूक्रेन सरकार के एक अफसर ने ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ से कहा- जो सैनिक रूस के कब्जे में हैं, उन्हें हम रूसी सैनिकों के बदले एक्सचेंज करेंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने एक दिन पहले कहा था कि वो अपने सैनिकों की जान खतरे में नहीं डालना चाहते।
रूस-यूक्रेन जंग के प्रमुख अपडेट्स..
- सोमवार को लुहान्स्क में रूसी सेना के हमले में 10 लोग मारे गए हैं और हॉस्पिटल को नुकसान हुआ है।
- कई देशों की एम्बेसी ने फिर काम करना शुरू कर दिया है। कीव में आज से भारतीय एम्बेसी भी काम करना शुरू कर देगी। इसे लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन में भारतीय दूतावास, जो अस्थायी रूप से वारसॉ (पोलैंड) से चल रहा था, 17 मई से कीव में अपना संचालन फिर शुरू करेगा।
- रूसी हमले से विस्थापित नागरिकों के लिए यूक्रेन और जापान ने 10 करोड़ डॉलर का लोन एग्रीमेंट किया।
- नॉर्वे, डेनमार्क और आइसलैंड ने स्वीडन और फिनलैंड को नाटो मेंबरशिप मिलने से पहले सुरक्षा गारंटी दी है।
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स्वीडन ने नाटो सदस्यता लेने का औपचारिक ऐलान किया
स्वीडन ने सोमवार को औपचारिक रूप से नाटो सदस्यता लेने का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही उसने अपनी 200 साल पुरानी गुटनिरपेक्षता की नीति को छोड़ दिया है। स्टॉकहोम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडरसन ने कहा कि यूक्रेन पर रूसी हमले ने यूरोप में सुरक्षा चिंताओं को बदल कर रख दिया है।पुतिन को फिनलैंड और स्वीडन के नाटो मेंबरशिप से दिक्कत नहीं
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने इशारा किया है कि उन्हें फिनलैंड और स्वीडन के नाटो में शामिल होने से कोई खास दिक्कत नहीं है। सोमवार को उन्होंने कहा कि नाटो विस्तार से रूस के लिए कोई सीधा खतरा नहीं है। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह चेतावनी भी दी है कि अगर इस इलाके में मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट किया जाता है तो इसका कड़ा जवाब दिया जाएगा।