जहां नारियों की पूजा होती है वहीं होता है देवताओं का वास, नारी के सम्मान से आती है समृद्धि – साध्वी श्रीशासनप्रभा
चौहटन. विद्या भारती से संबद्ध आदर्श विद्या मंदिर के तीनों विद्यालयों का संयुक्त मातृ सम्मेलन कार्यक्रम बालिका आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक में संपन्न हुआ। जैन साध्वी शासनप्रभाश्री एवं वात्सल्य सेवाकेन्द्र बाड़मेर की साध्वी सत्यसिद्धा गिरी के सानिध्य में आयोजित मातृ सम्मेलन कार्यक्रम में सैकड़ों मातृ शक्ति मौजूद रही। इस दौरान मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए आदर्श शिक्षण समिति बाड़मेर की कोषाध्यक्ष वंदना तापड़िया ने अपने विचार रखते हुए कहा कि धरती पर श्रेष्ठ महापुरुषों की जन्मदात्री और उन्हें श्रेष्ठता और वीरता जैसे गुणवान बनाने का कार्य करने वाली नारी ही है। उन्होंने कहा कि नारी ही विवेकानंद, शिवाजी और राणाप्रताप की जन्मदात्री है, हम भी अपने बच्चों में श्रेष्ठ शिक्षा के साथ श्रेष्ठ संस्कार देकर भारत के नव निर्माता एवं श्रेष्ठ नागरिक बनाने की भूमिका अदा करें और हम सब मातृशक्ति उनकी शिक्षा एवं संस्कार में सहभागी बने। मुख्य वक्ता वंदना तापड़िया ने माताओं से आह्वान किया कि अंग्रेजी शिक्षा के पीछे न भागकर अपने बच्चों को भारतीय शिक्षा दिलाएं। माताएं अपने बच्चे अपने बच्चों में ऐसे संस्कार भरें कि वे अपने माता पिता का सम्मान करे और अपने परिवार और धरातल को नहीं छोड़े। बालिका विद्यालय के प्रधानाचार्य कमलेश शर्मा ने अतिथियों का परिचय व स्वागत करवाया, बालक बालिकाओं ने उपस्थित माताओं का पूजन एवं सम्मान किया। इस दौरान बोर्ड परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले भैया बहिनों की माताओं का शॉल ओढाकर व स्मृति चिह्न देकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम में कृष्ण कुमार माहेश्वरी जिला सहमंत्री, कैलाश शर्मा सह सचिव, सुरेश मालू व्यवस्थापक, दीपिका अग्रवाल, गायत्री माहेश्वरी, चेतनानंद बोहरा प्रधानाचार्य उच्च माध्यमिक, फतेहसिंह प्रधानाचार्य उच्च प्राथमिक सहित 300 से अधिक मातृ शक्ति उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन ममता बाला व राधा चौधरी ने किया।