आखिर कम्प्यूटर शिक्षक भर्ती के सेवा नियमों में संशोधन को राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी, आज ही पुलिस से भिड़े थे कम्प्यूटर शिक्षक अभ्यर्थी
जयपुर: राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में आखिर राजस्थान शैक्षिक (राज्य एवं अधीनस्थ) सेवा नियम-2021 में संशोधन का निर्णय आज कर ही दिया। दिन में भर्ती की मांग को लेकर बेरोजगार कंप्यूटर शिक्षक ने सिविल लाइन फाटक पर धरना देने पहुंचे थे। उनकी पुलिस से झड़प भी हुई लेकिन देर शाम कैबिनेट ने प्रदेश के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम्प्यूटर शिक्षा के अध्यापन के लिए सृजित बेसिक कम्प्यूटर अनुदेशक एवं वरिष्ठ कम्प्यूटर अनुदेशक के पदों की भर्ती के लिए राजस्थान शैक्षिक (राज्य एवं अधीनस्थ) सेवा नियम-2021 में संशोधन की अधिसूचना के प्रारूप का अनुमोदन कर दिया। इस निर्णय से कक्षा 9 से 12 तक की कम्प्यूटर शिक्षा के अध्यापन के लिए शिक्षक उपलब्ध हो सकेंगे।
कर्मचारियों के अध्ययन अवकाश के नियमों में संशोधन
मंत्रिमंडल ने राज्य कर्मचारियों को राजस्थान सेवा नियमों के अन्तर्गत देय अध्ययन अवकाश के नियमों में संशोधन को स्वीकृति दी है। इस संशोधन से स्थायी कर्मचारी को अध्ययन अवकाश पूर्ण करने के पश्चात अधिवार्षिकी आयु से पूर्व कम से कम 5 वर्ष की राज्य सेवा अनिवार्य रूप से करनी होगी। ऐेसे कर्मचारी जिनके द्वारा 52 वर्ष की आयु पूर्ण की ली गई है, अध्ययन अवकाश के पात्र नहीं होंगे। अध्ययन अवकाश पूर्ण करने के पश्चात 5 वर्ष की सेवा करने के लिए कार्मिक को बॉन्ड भरना होगा। साथ ही, वे अस्थायी कर्मचारी जो न्यूनतम तीन वर्ष की नियमित सेवा पूर्ण नहीं करने के कारण अध्ययन अवकाश के पात्र नहीं हैं, वे भी इस संशोधन से उच्च अध्ययन अवकाश के लिए पात्र हो सकेंगे। मंत्री मंडल की बैठक में प्रशासन गांवों के संग अभियान की समीक्षा की गई और बताया गया कि अब तक 10 लाख पट्टो का वितरण किया जा चूका है।
कम्प्यूटर शिक्षक अभ्यर्थियों की पुलिस से झड़प
इस बीच सिविल लाइन फाटक पर चल रहे कंप्यूटर शिक्षक अभ्यर्थियों ने धरने के दौरान कंप्यूटर शिक्षक भर्ती कि विज्ञप्ति जारी करने के लिए जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान बेरोजगार अभ्यर्थी मुख्यमंत्री से वार्ता पर अड़ गये और मुख्यमंत्री के अलावा दूसरे अधिकारियों से वार्ता के प्रस्ताव नकार दिया। इसी दौरान आईबी अधिकारियों के द्वारा धरना दे रहे अभ्यर्थियों के नाम और नंबर लेने पर तनातनी का माहौल हो गया।
तना तनी के दौरान पुलिस की ओर से नाम और नंबर लिखने वाले डॉक्यूमेंट को अभ्यर्थी ने फाड़ दिया। इसके बाद काफी संख्या में पुलिसकर्मी आ गए और कुछ अभ्यर्थियों को पुलिस ने हिरासत में लिया। इसके बाद पुलिस और अभ्यर्थियों में झड़प हो गई और पुलिस के आला अधिकारियों की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ।