वीजा के लिए चीनी नागरिकों से 50 लाख की रिश्वत लेने का आरोप
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम के एक करीबी भास्कररमन को CBI ने अरेस्ट कर लिया है। यह एक्शन 17 मई को हुई छापेमारी के बाद लिया गया है। उन पर 263 चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाने के लिए कथित तौर पर 50 लाख रुपए रिश्वत लेने का आरोप है। CBI ने मंगलवार को कार्ति चिदंबरम के 10 ठिकानों पर छापा मारा था।
अधिकारियों ने बताया कि CBI को INX मीडिया मामले में लेन-देन की जांच के दौरान इसकी जानकारी मिली थी। वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कथित तौर पर नियमों की अनदेखी कर चीनी नागरिकों को वीजा दिलाने में मदद की थी। पंजाब में स्थित तलवंडी साबो पावर लिमिटेड प्रोजेक्ट चल रहा था, जिसके लिए चीनी मजदूरों को नियमों को ताक पर रखकर वीजा दिलाया गया था।
क्या है मामला
एक प्राईवेट कंपनी पंजाब के मनसा में 1980 मेगावॉट का थर्मल पावर प्लांट लगा रही थी। इसका जिम्मा चीन की एक कंपनी को दिया गया था। आरोप है कि यह प्रोजेक्ट लेट हो रहा था। काम को तेजी से कराने के लिए चीनी प्रोफेशनल्स को मनसा लाया गया। इनके लिए वीजा का इंतजाम चेन्नई के एक शख्स ने अपने कुछ साथियों की मदद से किया। इसमें नियमों की अनदेखी हुई। कुल 263 प्रोजेक्ट वीजा जारी किए गए।
फर्जी बिल के जरिए हुआ पेमेंट
इतना ही नहीं होम मिनिस्ट्री को इस प्राईवेट कंपनी ने एक लेटर लिखा और इन तमाम वीजा होल्डर्स को फिर से वीजा जारी करने की गुजारिश की। इसकी मंजूरी भी एक महीने में मिल गई। आरोप है कि चेन्नई के एक व्यक्ति ने अपने सहयोगियों की मदद से 50 लाख रुपए रिश्वत मांगी। यह रिश्वत मनसा की प्राईवेट कंपनी ने मुंबई की एक कंपनी के फर्जी बिल के जरिए चेन्नई भेजी।