कार्स24 ने 600 से ज्यादा कर्मचारियों को जॉब से निकाला, खराब परफॉर्मेंस को बताया कारण
सॉफ्टबैंक और अल्फा वेव ग्लोबल बैक्ड यूज्ड कार मार्केटप्लेस कार्स24 (Cars24) ने 600 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी की है। Cars24 में कर्मचारियों की कुल संख्या 9,000 के करीब है। ये छंटनी कुल कर्मचारियों की संख्या के 6% के करीब है। Cars24 इसके साथ ही अनएकेडमी, वेदांतु और मीशो जैसे स्टार्टअप्स की लिस्ट में शामिल हो गया है, जिन्होंने फंडिंग से जुड़ी चिंताओं के कारण कर्मचारियों की छंटनी की है।
हलांकि, कार्स24 की छंटनी की वजह कॉस्ट कटिंग नहीं बल्कि कर्मचारियों का खराब परफॉर्मेंस है। कंपनी हर साल ऐसा करती है। कंपनी ने ये भी बताया कि उनका बिजनेस भारत, मिडल ईस्ट, ऑस्ट्रेलिया और साउथ ईस्ट एशिया में बढ़ रहा है और वो ग्लोबल हायरिंग कर रहे हैं। पिछले साल दिसंबर में, कार्स24 ने $400 मिलियन का फंडिंग राउंड क्लोज किया था। प्लेटफॉर्म की वैल्यू 3.3 अरब डॉलर थी। कार्स24 के को-फाउंडर और CEO विक्रम चोपड़ा ने कहा, ‘हमारे 2022 के लिए अग्रेसिव प्लांस हैं। हमें विश्वास है हमारे ग्राहकों को हमारा हाई-टच इंडस्ट्री एक्सपीरिएंस पसंद आएगा।
यूनिकॉर्न वेदांतु में 424 एम्प्लॉई की छंटनी
एक दिन पहले बुधवार को टाइगर ग्लोबल बैक्ड एडटेक यूनिकॉर्न वेदांतु ने 424 एम्प्लॉई या वर्कफोर्स के 7% की छंटनी की जानकारी दी थी। कंपनी के को फाउंडर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर वामसी कृष्णा ने कहा था कि वर्तमान में एक्सटर्नल एन्वायर्नमेंट कठिन है। यूरोप में वॉर, मंदी की आशंका और फेड की ब्याज दरों में बढ़ोतरी से महंगाई बढ़ गई है। भारत समेत दुनियाभर के स्टॉक मार्केट में भी काफी गिरावट आई है। ऐसे में आने वाली तिमाहियों में फंड की कमी हो सकती है।
ऑफलाइन क्लासेज शुरू होने से रुकी ग्रोथ
कृष्णा ने कहा था कि कोविड महामारी के कम होने के बाद ऑफलाइन क्लासेज फिर से शुरू हो गई हैं, जिससे वेदांतु ने बीते दो सालों में जो 9X ग्रोथ देखी थी वो मॉडरेट हो गई है। मई में ऐसा दूसरी बार है जब वेदांतु ने छंटनी की है। इससे पहले 200 एम्प्लॉइज या वर्कफोर्स के लगभग 3.5% की छंटनी की थी। एडटेक सेक्टर की दूसरी कंपनियों ने भी कोरोना के कम होने और स्कूल खुलने के कारण छंटनी की है। इसमें लीडो लर्निंग और अनएकेडमी शामिल हैं।